शिमला-27 अगस्त.बड़ू साहिब स्थित एटरनल यूनिवर्सिटी, सिरमौर में एनसीसी का राज्य स्तरीय वार्षिक प्रशिक्षण शिविर आयोजित किया गया। यह शिविर 1 एच.पी. गर्ल्स बटालियन एनसीसी सोलन के तत्वावधान में सम्पन्न हुआ, जिसमें प्रदेश के विभिन्न विद्यालयों एवं महाविद्यालयों से लगभग 600 कैडेट्स ने भाग लिया।
शिविर के दौरान विविध प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया, जिनमें जी.एम.जी.एस.एस.एस. पोर्टमोर विद्यालय ने शानदार प्रदर्शन करते हुए सर्वश्रेष्ठ संस्था का सम्मान प्राप्त किया। शिविर में जीवन कौशल.. नेतृत्व क्षमता.. स्वास्थ्य और स्वच्छता सेना विषय,मानचित्र पढ़ना, फील्ड क्राफ्ट युद्ध शिल्प सहित अन्य गतिविधियों में कैडेट्स को प्रशिक्षण दिया गया। पोर्टमोर स्कूल की छात्राओं ने एकल गीत, समूह नृत्य, एकल नृत्य, खो-खो, रस्साकशी, ड्रिल, फायरिंग एवं समूह चर्चा जैसी प्रतियोगिताओं में प्रथम स्थान हासिल किया।
कैडेट शायसा कैपरेट को पूरे शिविर की सर्वश्रेष्ठ कैडेट घोषित किया गया, जबकि कैडेट अर्पिता ने सर्वश्रेष्ठ कमांड का पुरस्कार प्राप्त किया। इसके अतिरिक्त, विद्यालय ने स्लोगन लेखन प्रतियोगिता में द्वितीय स्थान तथा पोस्टर निर्माण प्रतियोगिता में प्रथम स्थान प्राप्त कर विद्यालय का नाम रोशन किया।
इस शिविर में विद्यालय की एनसीसी अधिकारी एवं अंग्रेज़ी व्याख्याता तृप्ता शर्मा के नेतृत्व में कुल 41 छात्राओं ने सक्रिय भागीदारी की। शिविर के समापन अवसर पर 1 एच.पी. गर्ल्स बटालियन एनसीसी सोलन के कमांडिंग ऑफिसर कर्नल विवेक बतारा ने पोर्टमोर स्कूल के कैडेट्स के अनुशासन, समर्पण और उत्साही भागीदारी और एन सी सी अधिकारी तृप्ता शर्मा के अथक प्रयासों की सराहना की। चयनित कैडेट्स ने अपने अनुभव साझा किए और भविष्य के शिविरों के लिए सुझाव भी प्रस्तुत किए। कैडेट्स ने स्कूल की प्रधानाचार्या राखी पंडित और एनसीसी अधिकारी तृप्ता शर्मा का आभार जताया ।
विद्यालय लौटने पर प्राचार्या राखी पंडित ने अध्यापकों एवं छात्राओं के साथ सभी कैडेट्स का गर्मजोशी से स्वागत किया। इस अवसर पर श्रीमती त्रिप्ता शर्मा ने शिविर की गतिविधियों का संक्षिप्त विवरण प्रस्तुत किया। विद्यालय प्रशासन ने छात्राओं के मनोबल को बढ़ाते हुए उन्हें सम्मानित किया।
प्राचार्या राखी पंडित ने कैडेट्स को संबोधित करते हुए कहा कि “एनसीसी वार्षिक प्रशिक्षण शिविर केवल प्रतियोगिताओं और पुरस्कारों तक सीमित नहीं है, बल्कि यह विद्यार्थियों को जीवन के लिए आवश्यक अनेक गुण सिखाता है। यह शिविर चरित्र निर्माण, व्यक्तित्व विकास और राष्ट्रभक्ति की भावना को प्रबल बनाने का माध्यम है।”साथ ही यह भी कहा कि एनसीसी शिविर से मिली प्रमुख शिक्षाएँ अनुशासन जो समय की पाबंदी और नियमों के पालन के महत्व के बारे मे सिखाता है।