हमीरपुर-20 जनवरी. हमीरपुर जिले में एक अधिकारी पर पांच रुपये जुर्माना लगाया गया है। है ना हैरानीजनक। दरअसल, आरोप है कि पंचायत समिति हमीरपुर की बैठकों में लोक निर्माण विभाग का एक अधिकारी पिछले 4 सालों से नहीं शामिल हो रहा था। जिसके चलते ब्लॉक समिति की बैठक में आरोपी अधिकारी पर 5 रुपये का जुर्माना लगाने का निर्णय लिया गया है। बैठकों में लगातार चार सालों से नदारद रहने पर पीडब्ल्यूडी के एक अधिकारी को अजीबोगरीब जुर्माना लगाया गया है। ये जुर्माना मात्र पांच रुपये है। पंचायत समिति हमीरपुर की त्रैमासिक बैठक में पीडब्ल्यूडी मंडल टौणीदेवी के अधिकारी को यह जुर्माना लगाया है। अधिकारी को अब पांच रुपये का जुर्माना चुकाना पड़ेगा।पंचायत समिति हमीरपुर की त्रैमासिक बैठक सोमवार को समिति कक्ष में हुई। बैठक की अध्यक्षता बीडीसी अध्यक्ष हरीश शर्मा ने की। बैठक में विकास कार्यों की नई रूपरेखा तैयार करने सहित पंद्रहवें वित्त आयोग के बजट पर भी चर्चा हुई। बैठक में ब्लॉक समिति सदस्यों के अलावा बीडीसी उपाध्यक्ष संजीव शर्मा और बीडीओ हमीरपुर हिमांशी शर्मा भी उपस्थित थीं।
बैठक के दौरान एक अहम निर्णय लेते हुए पिछले चार सालों से टौणीदेवी मंडल के लोक निर्माण विभाग के अधिकारी की बैठक में अनुपस्थिति के कारण विकास कार्य प्रभावित हो रहे थे, जिसके चलते उस अधिकारी पर पांच रुपये का जुर्माना लगाया गया है।
बीडीसी अध्यक्ष हरीश शर्मा ने बताया कि टौणीदेवी मंडल के लोक निर्माण विभाग के अधिकारी बार-बार चेतावनी देने के बावजूद बैठक में अनुपस्थित रहते थे। इससे विभागीय विकास कार्य प्रभावित हो रहे थे। इस पर सभी सदस्यों की सहमति से निर्णय लेकर जुर्माना लगाया है। इसके अलावा बैठक में विभिन्न पंचायतों के विकास कार्यों पर भी विस्तार से चर्चा की गई। पंचायत समिति हमीरपुर के निर्णय के बारे में कोई जानकारी नहीं है। बैठक की सूचना कार्यालय को प्राप्त हुई है अथवा नहीं, इस बारे में जानकारी ली जाएगी।