शिमला-27 अक्टूबर. APMC शिमला-किन्नौर ने बागवानों से सीधे सेब खरीदने वाले 4 लद्दानियों/आढ़तियों पर करीब 90 हजार रुपए का जुर्माना लगाया है। साथ ही इन चारों आढ़तियों/लद्दानियों (कारोबारियों) को APMC प्रबंधन ने चेतावनी दी है कि वह हिमाचल में सेब कारोबार करने के लिए लाईसैंस बनाए। ऐसा नहीं करने पर उन्हें राज्य में कारोबार नहीं करने दिया जाएगा तथा उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। इस दौरान कुछ बागवान भी इन कारोबारियों का सहयोग करते पाए गए हैं। उनसे भी ऐसा नहीं करने तथा लाईसेंसधारी कारोबारियों का सहयोग करने को कहा गया है। राज्य में सेब उत्पादक क्षेत्रों में कई आढ़ती व लद्दानी बाहरी राज्यों से आकर बिना लाईसेंस के कारोबार कर रहे हैं। इनमें कई कारोबारी हिमाचल के भी हैं। इससे सरकार व एपीएमसी को लाईसेंस फीस के रूप में मिलने वाली आय नहीं हो रही है।क्योंकि लाईसैंस नहीं होने पर उनका कोई भी लेखा जोखा नहीं होता है। साथ ही इसी तरह के कारोबारी बागवानों को चूना लगाकर गायब हो जाते हैं। अभी भी बागवानों के करोड़ों रुपए आढ़तियों के पास फंसे हुए हैं। इस परेशानी से बागवानों को बचाने के लिए एपीएमसी ने बिना लाईसैंस के कारोबार करने वाले आढ़तियों व लद्दानियों पर शिकंजा कसने का निर्णय लिया है।
इसी के तहत एपीएमसी लगातार विभिन्न क्षेत्रों में ऐसे कारोबारियों पर नजर बनाए हुए हैं। इसी कड़ी में इन 4 कारोबारियों पर कार्रवाई की गई है। इसमें एक कारोबारी को जुब्बल तथा 3 को जिला किन्नौर के सांगला में पकड़ा गया। हालांकि जिला शिमला में अब सेब सीजन समाप्त हो गया है, लेकिन किन्नौर में अभी सेब सीजन चला हुआ है। ऐसे में एपीएमसी की नजर किन्नौर पर है तथा फील्ड अधिकारियों को इनपर कड़ी नजर रखने के लिए कहा गया है।