नई दिल्ली-04 अक्टूबर. विदेश मंत्री एस. जयशंकर 15 एवं 16 अक्तूबर को शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए पाकिस्तान जाएंगे। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने शुक्रवार को यहां नियमित ब्रीफिंग में यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि डॉ. जयशंकर 15 और 16 अक्तूबर को इस्लामाबाद में होने वाले एससीओ शिखर सम्मेलन के लिए पाकिस्तान में भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करेंगे। एससीओ शिखर-सम्मेलन के इतर मेजबान पाकिस्तान के साथ मंत्रिस्तरीय द्विपक्षीय बैठक होने और भारत पाकिस्तान के बीच बातचीत के दरवाजे खुलने की संभावनाओं के बारे में पूछे जाने पर प्रवक्ता ने कहा कि विदेश मंत्री की यात्रा सिर्फ एससीओ शिखर सम्मेलन के लिए हो रही है। इससे अधिक कुछ देखने की जरूरत नहीं है। हालांकि बैठक में शामिल होने वाले अन्य देशों के नेताओं के साथ द्विपक्षीय मुलाकातों के बारे में उचित समय पर जानकारी साझा की जाएगी।
बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के मुख्य सलाहकार मोहम्मद यूनुस द्वारा दक्षिण एशियाई क्षेत्रीय सहयोग संगठन (दक्षेस) को फिर से जीवित करने की पैरोकारी किए जाने पर श्री जायसवाल कहते हैं कि हम क्षेत्रीय सहयोग को, क्षेत्रीय कनेक्टिविटी को गहरा महत्व देते हैं। इसलिए, हमने दक्षेस पर बिम्सटेक को प्रोत्साहन दिया है। हम क्षेत्रीय सहयोग को मजबूत करना चाहते हैं, लेकिन इसकी वजह सभी जानते हैं। उस प्रारूप में यह विशेष सहयोग (दक्षेस) आगे क्यों नहीं बढ़ रहा है। एक विशेष देश के पास काम करने का एक विशेष तरीका है जो दक्षेस को बाधित कर रहा है।
भारतीय भगोड़े इस्लामिक प्रचारक ज़ाकिर नाइक के पाकिस्तान में स्वागत सत्कार को लेकर एक सवाल के जवाब में प्रवक्ता ने कहा कि हमने रिपोर्टें देखी हैं कि वह (जाकिर नाइक) पाकिस्तान में प्रवेश कर चुका है और वहां उसका गर्मजोशी से स्वागत किया गया है। यह हमारे लिए आश्चर्य की बात नहीं है कि एक भारतीय भगोड़े का पाकिस्तान में उच्च स्तरीय स्वागत किया गया है। यह निराशाजनक और निंदनीय है लेकिन आश्चर्य की बात कतई नहीं है।