शिमला-03 जुलाई.शिमला के ढली भट्टाकुफर क्षेत्र के लिंडीधार में बुधवार को एक बार फिर भारी भूस्खलन हुआ है। साफ मौसम के बीच हुए भूस्खलन से कई घरों को एक बार फिर खतरा पैदा हो गया है। भूस्खलन इतना जबरदस्त था कि फोरलेन प्रोजेक्ट के तहत बनाए गए डंगे की दीवार ढह गई। इसके चलते दर्जनों सेब के पेड़ मलबे में दब गए और कई घरों को सीधा खतरा पैदा हो गया।इस घटना ने नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (NHAI) के काम की गुणवत्ता और लापरवाही को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। ग्रामीणों का कहना है कि निर्माण के दौरान सुरक्षा मानकों की अनदेखी की गई, जिसका खामियाजा अब उन्हें भुगतना पड़ रहा है।
बता दें कि इससे पहले 30 जून को संजौली के भट्टाकुफर में माठू कॉलोनी में पांच मंजिला घर गिर गया था। स्थानीय लोगों के अनुसार, हादसे के बाद पांच घर सबसे ज्यादा जोखिम की जद में हैं। कई परिवारों ने स्थिति को भांपते हुए रातोंरात अपने घर खाली कर दिए। प्रभावित लोग अब रिश्तेदारों और सुरक्षित स्थानों पर शरण लिए हुए हैं।