शिमला-09 अप्रैल.HPPCL के चीफ इंजीनियर विमल नेगी मौत मामले में फंसे पूर्व एमडी एवं IAS अधिकारी हरिकेश मीणा की अग्रिम जमानत याचिका पर हिमाचल हाईकोर्ट में आज सुनवाई हुई। कोर्ट ने अब अगली सुनवाई की तारीख 2 मई तय की है।
हाईकोर्ट ने पहले ही 9 अप्रैल तक मीणा की बलपूर्वक गिरफ्तारी पर रोक लगाकर राहत दी थी। वहीं पुलिस अब कोर्ट में अपनी स्टेट्स रिपोर्ट दाखिल कर सकती है। मीणा ने गिरफ्तारी से बचने के लिए अग्रिम जमानत याचिका दायर की है, क्योंकि विमल नेगी के परिजनों ने हरिकेश मीणा, IAS शिवम प्रताप सिंह और डायरेक्टर देसराज पर मानसिक प्रताड़ना के आरोप लगाए हैं।इन आरोपों के आधार पर न्यू शिमला थाने में तीनों अधिकारियों के खिलाफ FIR दर्ज की गई है। पुलिस और अतिरिक्त मुख्य सचिव ओंकार शर्मा की जांच से इन अधिकारियों की मुश्किलें और बढ़ सकती हैं।
बता दें कि इससे पहले डायरेक्टर देसराज हाईकोर्ट में अग्रिम जमानत याचिका दायर कर चुके हैं। लेकिन याचिका रद्द होने के बाद वे सुप्रीम कोर्ट पहुंचे। अब हरिकेश मीणा अग्रिम जमानत के लिए हाईकोर्ट पहुंचे हैं। 18 मार्च को गोबिंद सागर झील में विमल नेगी का शव मिला था। इससे पहले 10 मार्च को वे दफ्तर से सीधे घर न जाकर टैक्सी से बिलासपुर चले गए थे। 19 मार्च को एम्स बिलासपुर में पोस्टमॉर्टम हुआ। इसके बाद परिजनों ने पावर कॉरपोरेशन दफ्तर के बाहर शव के साथ प्रदर्शन किया।
वहीं पुलिस ने गोबिंद सागर झील में गोताखोरों को उतारकर विमल नेगी के मोबाइल फोन की तलाश शुरू कर दी है। पुलिस को उम्मीद है कि फोन से इस रहस्यमयी मौत के कई राज सामने आ सकते हैं।
उधर, परिजन हिमाचल हाईकोर्ट में इस केस की CBI जांच की मांग को लेकर याचिका दाखिल कर सकते हैं। उनका कहना है कि उन्हें हिमाचल पुलिस की जांच पर भरोसा नहीं है।