शिमला-31अगस्त. चंबा से लौटने के बाद PWD मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने शिमला में एक बड़ी बात कही। घणाहट्टी स्कूल में कसुम्पटी खंड की अंडर-14 बॉयज एंड गल्र्स श्रेणी की तीन दिवसीय खेलकूद प्रतियोगिता के शुभारंभ पर विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि विनाश लाने वाला विकास मॉडल हमें नहीं चाहिए। विकास कार्यों से विनाश बिलकुल भी नहीं होना चाहिए। उन्होंने कहा कि 24 से 27 अगस्त 2025 तक पूरे प्रदेश के अंदर आपदा से 800 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है। प्रभावित क्षेत्र के रेस्टोरेशन को अमलीजामा पहनाना सबसे बड़ी चुनौती है, जिसमें सरकारी धन का दुरुपयोग बिलकुल नहीं होना चाहिए। हमें एक एक पैसे को बचाना होगा, तभी प्रदेश के विकास के लिए धन संचित हो पाएगा।
उन्होंने कहा कि प्रदेश के अंदर बादल फटने की घटनाएं अब काफी बढ़ गई है और यह प्रदेश के लिए अलार्मिंग स्थिति है। हमें विकास मॉडल में परिवर्तन करना होगा जो पर्यावरण हितैषी विकास होगा और उसी विकास मॉडल पर फोकस होगा। मलबे को डंपिंग साइट पर ही फेंका जाना चाहिए। हमारी भविष्य की पीढ़ी अगर खतरे के साय में रहेगी तो हम सब के लिए चिंता की बात है। आज सारे पहाड़ नीचे दरक रहे हैं।
विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि प्रदेश के देव स्थलों को प्रदूषित नहीं करना चाहिए। देव भूमि के सभी देवस्थल ऊंचे स्थानों पर स्थापित होने के पीछे कई कारण है। इन स्थलों की गरिमा बनाए रखना हम सब का फर्ज है। आज लोग देव स्थलों पर कूड़ा कर्कट फैला रहे है जोकि बिलकुल भी सही नहीं है।