शिमला-03 दिसंबर. हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस की निकम्मी निठल्ली सरकार 2 वर्ष पूरे करने जा रही है, इस अवसर पर वह जश्न मनाना चाहते है। तो हम यह पूछना चाहेंगे कि क्या यह जश्ने बर्बादी है, जश्न किस बात का है जनता को जानने का अधिकार है ,सुखविंदर सिंह सुक्खू सरकार वादा खिलाफी एवं भ्रष्टाचार का पर्याय बनकर रह गई है यह बात भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता गौरव भाटिया ने एक प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए कही।
उन्होंने कहा कि जब कांग्रेस आई थी तो बदलाव की बातें हो रही थी, पर यह कैसा बदलाव आज हिमाचल के भाई-बहन के अपने हाथों का इंतजार कर रहे हैं। पूर्व जयराम ठाकुर भाजपा सरकार ने हिमाचल प्रदेश में जन सुविधाओं के लिए 1500 संस्थान खोले, यह संस्थान हिमाचल प्रदेश को आगे बढ़ाने के लिए खोले गए थे पर यह बंद कर दिए गए। हम केयर योजना जो की आयुष्मान भारत योजना की तर्ज पर खोली गई थी जो कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सपने को आगे ले जाने वाली योजना थी, जिसके अंतर्गत हिमाचल प्रदेश में 292 अस्पताल पंजीकृत थे इस योजना को बंद कर दिया और हैरानी की बात यह है कि सरकार ने इस योजना के बदले कोई और योजना दी ही नहीं।
हिमाचल प्रदेश के हजारों भाई बहन यह पूछ रहे हैं कि यह योजना क्यों बंद की गई।
आपके इस जश्न को हम जश्ने बर्बादी कहते हैं और बर्बादी का कोई जश्न नहीं होता है। हमारे सवालों का उत्तर मुख्यमंत्री द्वारा देना संभव नहीं है। उन्होंने सहारा योजना, जनमंच कार्यक्रम, वृद्धवस्था पेंशन, प्राकृतिक खेती खुशहाल किसान योजना, मुख्यमंत्री स्वाबलंबन योजना, स्कूलों में विद्यार्थियों को मिलने वाली मुफ्त वर्दी मेधावी छात्रों को मिलने वाले लैपटॉप और कृषि उपत्पादक संरक्षण (एंटी हेलनैट योजना) को बंद करने का आरोप लगाया।
हिमाचल प्रदेश में वर्तमान कांग्रेस सरकार ने पहली कैबिनेट में एक लाख नौकरियां देने का वादा किया था, अब 2 साल हो गए 2 लाख नौकरियां बनती है, 5 साल में 5 लाख नौकरियां देने का वादा किया था पर यह पूरा नहीं हुआ। 28 लाख बहनों को हर महीने ₹1500 देने का वादा किया था पर ऐसे मापदंड लगा दिए की बहनों को वह 1500 नहीं मिल सकते हैं, सुक्खू सरकार को अगर जनता ने कोई ग्रेड दिया है तो एफ ग्रेड दिया है यानी फेल।
एक बात तो है कांग्रेस के नेता फॉर्म तो अच्छे भरवाते हैं, चाहे वह उत्तर प्रदेश तेलंगाना या हिमाचल प्रदेश हो ,चुनाव खत्म होते ही ठगने पर उतर आते हैं। कांग्रेस पार्टी क्राइम मास्टर गोगो है आएंगे तो आपकी जेब से ₹10 भी ले जाएंगे और देंगे कुछ भी नहीं।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने 300 यूनिट बिजली फ्री देने का वादा भी किया था, पर 125 यूनिट भी समाप्त कर दिए जो भाजपा की पूर्व सरकार दे रही थी। दूध , गोबर हिमाचल प्रदेश में नहीं खरीदा जा रहा है और यह 22 लाख किसानों के साथ धोखाधड़ी है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस राज्य में केवल महंगे बड़ी है, सीमेंट 4 बार सीमेंट के दामों में बढ़ौतरी की। हर बार लगभग 30-40 रू0 महंगा हुआ सीमेंट। हिमाचल में सीमेंट की बोरी 535 रू0 मिलती है।
सर्दियो में जलाने वाली लकड़ियां 124 रू0 प्रति क्विटंल बढ़ौतरी । स्टॉम्प डयूटी 500 प्रतिशत की बढ़ौतरी की। टीसीपी, नगर निगम द्वारा मकान या व्यवसायिक भवनों नक्शे पास करने की दरो में 5 गुना बढ़ौतरी। जहां लगते थे 3000 रु० अब लगेंगे 16000 रू०। लैंड यूज चेंज चार्जिज में 20 प्रतिशत की बढ़ौतरी । आईजीएमसी एवं प्रतिष्ठित सरकारी अस्पतालों में निःशुल्क टैस्ट सुविधाएं बंद। हिमाचल में होते थे 900 से अधिक टैस्ट मुफ्त। डिपुओं में सरसों का तेल, दाले महंगी। 25 रू0 लीटर तेल के दाम बढ़ाए अब मिलता है 185 रू0 लीटर। बिजली सबसिडी की बंद। 93 हजार घरेलू कनेक्शनस है हिमाचल में। 1200 करोड़ रू0 का डाला जनता पर बोझ। खनन पट्टो पर लगाया मिल्स सैस एवं ई.वी. शुल्क। ईंट, रोड़ी, पत्थर हुआ महंगा।टॉयलेट टैक्स लगाया (Per Sheet Rs 25)। एचआरटीसी (हिमाचल पथ परिवहन निगम) में सामान ले जाने पर लगाया लक्जरी टैक्स। ग्रामीण क्षेत्रों में आएगा पानी का बिल, 100 रु० लगाया मीटर पर चार्ज। आज से पहले ग्रामीण क्षेत्रों में पानी मुफ्त मिलता था। वाहन पंजीकरण हुआ महंगा। 800-4000 रु० लगा ग्रीन शुल्क।