शिमला-24 मार्च. यूनाइटेड फार्म ऑफ बैंक यूनियंस के आह्वान पर बैंकों के कर्मचारियों की दो दिवसीय 24 और 25 मार्च को प्रस्तावित हड़ताल अब स्थगित हो गई है। फोरम की मीटिंग के बाद उक्त निर्णय लिया गया। अब अप्रैल के तीसरे सप्ताह में बैठक बुलाई जाएगी। इसकी निगरानी मुख्य श्रमायुक्त दिल्ली निगरानी करेंगे। अब 24 और 25 मार्च को रोजाना की तरह बैंकों में बैकिंग कार्य होगा।
ये यूनियन सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक, निजी बैंक, विदेशी बैंक, सहकारी बैंक और क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक के 8 लाख से अधिक कर्मचारियों और अधिकारियों का प्रतिनिधित्व करती है। इसमें ऑल इंडिया बैंक इम्प्लाइज एसोसिएशन, ऑल इंडिया बैंक ऑफिसर्स कन्फैडरेशन, नैशनल कन्फैडरेशन ऑफ बैंक यूनियन, ऑल इंडिया बैंक ऑफिसर्स एसोसिएशन, बैंक इम्प्लाइज फैडरेशन ऑफ इंडिया, इंडियन नैशनल बैंक इम्प्लाइज फैडरेशन, इंडियन नैशनल बैंक ऑफिसर्स कांग्रेस, नैशनल ऑर्गेनाइजेशन ऑफ बैंक वर्कर्स और नैशनल ऑर्गेनाइजेशन ऑफ बैंक ऑफिसर्स यूनियन शामिल होंगे। बैंकों में 5 दिन कार्य प्रणाली लागू करने, सभी संवर्गों में पर्याप्त भर्ती की जाए और अस्थायी कर्मचारियों को नियमित करने की प्रमुख मांगें शामिल हैं।
फोरम का कहना है कि सरकार द्वारा हाल ही में जारी प्रदर्शन समीक्षा और पीएलआई संबंधी निर्देशों को तत्काल वापस लिया जाए, क्योंकि ये बैंक कर्मचारियों की नौकरी की सुरक्षा को खतरे में डालते हैं और भेदभाव उत्पन्न करते हैं ऐसे में इसे वापिस लेने की मांग की गई है। इसके अलावा सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों में श्रमिक, अधिकारी निदेशकों के रिक्त पदों को भरा जाए, बैंक कर्मचारियों से संबंधित लंबित मुद्दों का समाधान किया जाए, ग्रेच्युटी अधिनियम में संशोधन कर सीमा 25 लाख की जाए और इसे आयकर से मुक्त करने समेत कई अन्य मांगों को लेकर बैंक कर्मचारी अब आंदोलन पर उतर आए हैं।