शिमला-21 अक्टूबर. कुल्लू जिला का आउटर सराज जल्द ही विश्व मानचित्र पर अपनी नई पहचान बनाएगा। प्रदेश सरकार की दूरगामी सोच के चलते आउटर सराज के बागा सराहन, विश्लेउ जोत, जलोड़ी जोत और तराला में पैराग्लाइडिंग की नई संभावनाएं तलाशी जाएंगी। निदेशक अटल बिहारी वाजपेयी पर्वतारोहण एवं संबद्ध खेल संस्थान मनाली की ओर से इन सभी स्थानों में पैराग्लाइडिंग साइटें तलाशनें के लिए जल क्रीड़ा प्रशिक्षक जिमनार सिंह, जो वर्तमान में रिवर राफ्टिंग सेंटर पिरडी जिला कुल्लू में तैनात हैं उन्हें जिम्मेदारी सौंपी है। जो आगामी दिनों में इन सभी जगहों पर पैराग्लाइडिंग की नई साइटों की संभावनाएं तलाशेंगे। जिमनार सिंह जिला परिषद कार्यालय कुल्लू के सहयोग से इन जगहों पर पैराग्लाइडिंग की संभावनाएं तलाशेंगे।
उधर,जिला परिषद अध्यक्ष कुल्लू पंकज परमार ने बताया कि जल क्रीड़ा के बाद अब आउटर सराज के जलोड़ी जोत, तराला और बागा सराहन व विश्लेउ जोत पर पैराग्लाइडिंग की संभावनाएं तलाशी जाएंगी। इससे न केवल पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा बल्कि रोजगार के भी नए अवसर मिलेंगे।
बता दें कि कुल्लू जिला देवभूमि के साथ- साथ पर्यटन स्थलों से भरा पड़ा है जरूरत सिर्फ उन्हें तराशने और पर्यटन मानचित्र में लाने की है। बता दें कि बागा सराहन से विश्लेउ जोत तक प्रदेश सरकार ने ब्राइडल पाथ का निर्माण करवाया है लेकिन अभी कुछ पेचदगी के चलते अभी यह पूरा नहीं हो पाया है। हालांकि वन विभाग इस ब्राइडल पाथ पर इलेक्ट्रिक गोल्फ चलाने का ट्रायल भी कर चुका है लेकिन ट्रायल सफल नहीं हो पाया है। पहले ही ट्रायल के दौरान इलेक्ट्रिक गोल्फ कार्ट खराब हो गई जिसे दुरुस्त करने के लिए विभाग ने कार्ट को वापिस कंपनी के पास भेज दिया है। हालांकि ब्राइडल पाथ बनने के बाद वन विभाग और सीपीएस सुंदर ठाकुर सीएम सुक्खू से उद्धघाटन करवाना चाह रहे हैं लेकिन जब तक ब्राइडल पाथ पर सफलतापूर्वक इलेक्ट्रिक गोल्फ कार्ट का ट्रायल सफल नहीं हो पाता है तब तक इस पाथ का सीएम सुक्खू से उद्धघाटन करवाना सही नहीं होगा।
बता दें कि जिला कुल्लू के पीज में पहला ब्राइडल पाथ का निर्माण किया गया है जिस पर इलेक्ट्रिक कार्ट नियमित रूप से चल रही है लेकिन बागा सराहन से विश्लेउ जोत ब्राइडल पाथ पर ट्रायल सफल नहीं हो पाया है जिसके चलते अभी तक यहां इलेक्ट्रिक कार्ट की सुविधा नहीं मिल पाई है।