नई दिल्ली-24 अप्रैल.जम्मू कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के बाद भारत द्वारा लिए गए सख्त निर्णयों के जवाब में पाकिस्तान ने भारत के साथ सभी द्विपक्षीय समझौतों को स्थगित करने की घोषणा की है। गुरुवार को प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ की अध्यक्षता में पाकिस्तान की नेशनल सिक्योरिटी कमेटी की बैठक में यह अहम फैसला लिया गया। इस बैठक में 1972 के ऐतिहासिक शिमला समझौते को रद्द करने का भी ऐलान किया गया। साथ ही, पाकिस्तान ने चेतावनी दी है कि यदि भारत सिंधु जल समझौते को रोकता है, तो उसे “एक्ट ऑफ वॉर” यानी युद्ध का कार्य माना जाएगा। SAARC SVE के तहत सभी वीजा निलंबित कर दिए गए हैं। केवल सिख तीर्थयात्रियों को अस्थायी छूट दी गई है।
भारत के सभी नागरिकों को 48 घंटे में देश छोड़ने का आदेश दिया गया है।भारत-पाक व्यापार पर रोक और भारतीय एयरलाइनों पर पाकिस्तानी हवाई क्षेत्र बंद कर दिया गया है। वाघा बॉर्डर को भी अस्थायी रूप से बंद कर दिया गया है।
भारत सरकार ने देर रात पाकिस्तान के शीर्ष राजनयिक साद अहमद वराइच को तलब कर ‘पर्सोना नॉन ग्राटा’ घोषित किया है। उन्हें एक सप्ताह में भारत छोड़ने को कहा गया है।
पाकिस्तान ने कराची के तट पर 24-25 अप्रैल को सतह से सतह पर मार करने वाली मिसाइल के परीक्षण की अधिसूचना जारी की है। इस बीच, भारत से संभावित कार्रवाई की आशंका में पाकिस्तानी वायुसेना ने 18 फाइटर जेट सीमा से सटे एयरबेस पर तैनात किए हैं।
भारत सरकार ने पाकिस्तान सरकार के X (पूर्व ट्विटर) हैंडल को बैन कर दिया है। वहीं अमेरिका ने अपने नागरिकों को जम्मू-कश्मीर न जाने की एडवाइजरी जारी की है। पहलगाम आतंकी हमले में 26 निर्दोष नागरिकों की मौत ने दोनों देशों के बीच तनाव को चरम पर पहुंचा दिया है।