केलांग-02सितंबर. जनजातीय जिला लाहौल स्पीति में बिजली बोर्ड के अधिशासी अभियंता को ड्यूटी में कोताही बरतने पर सस्पेंड किया गया है । बिजली बोर्ड का मुख्य अधिकारी बिना किसी सूचना के पिछले 30 दिनों से अवकाश पर थे। बिना सूचना छुट्टी जाने और ड्यूटी में कोताही बरतने पर यह कार्रवाई की गई है। बिजली बोर्ड ने पत्र संख्या एसईसीटीटी/वीएंडआई/8-3012/2025-935-46 के तहत अधिशाषी अभियंता विजय कुमार ठाकुर को आदेश न मानने और महिला अधिकारी के साथ दुर्व्यवहार करने पर सस्पेंड कर दिया गया है।
जनजातीय जिला लाहौल स्पीति में बरसात के दौरान भारी आपदा में लाहौल जिला के समस्त विभागों के अधिकारियों और कर्मचारियों द्वारा दिन-रात राहत कार्य किया जा रहा है । लेकिन बिजली बोर्ड के अधिशासी अभियंता के बिना सूचना दिए लाहौल स्पीति में पिछले काफी समय से बिजली संबंधित दिक्कतों का सामना लोगों को झेलना पड़ रहा है। आपदा के दौरान लाहौल के विभिन्न क्षेत्रों में बिजली आपूर्ति बाधित होती रही, जिसे दुरुस्त करने में भी प्रशासन को बार बार दिक्कतों से जूझना पड़ा है । इतना ही नहीं लाहौल के क्षेत्रीय अस्पताल में भी बिजली संबंधित समस्याओं से मरीज बेहाल रहे हैं, जिससे विभाग के अधिकारी की लापरवाही भी यहां उजागर हुई है।
जानकारी के मुताबिक जिला लाहौल स्पीति में आपदा की स्थिति को देखते हुए उक्त अधिकारी को वापिस बुलाया गया था और उन्हें कारण बताओ नोटिस भी प्रशासन द्वारा दिया गया। बताया जा रहा है कि उक्त अधिकारी ने जिला में लौटने के बजाए मनाली से ही ड्यूटी जॉइन की, जबकि मनाली कोकसर वाया रोहतांग मार्ग 30 अगस्त को खुल गया था । वहीं जब उक्त अधिकारी को जब एक सितंबर को केलांग में रिपोर्ट करने के निर्देश दिए गए लेकिन इंजीनियर विजय कुमार ठाकुर ने केलांग जाना जरूरी नहीं समझा और अपनी मर्जी से ही मनाली में बैठा रहा जिस पर विभाग ने उन्हें निलंबन पत्र हाथ में थमा दिया है। इतना ही नहीं मंगलवार दो सितंबर को भी अधिकारी अपनी मनमर्जी से मनाली में। आपदा का बहाना करके बैठा रहा। जबकि अन्य विभागों सके अधिकारी केलांग में अपनी ड्यूटी ज्वाइन करने पहुंच गए। बावजूद जब मंगलवार दो सितंबर को अधिशाषी अभियंता को बुलाया गया तो उक्त अधिकारी ने आने से मना ही कर दिया। जिसके चलते बिजली बोर्ड ने अधिकारी को सस्पेंड करके अब जांच भी बिठा दी है।