शिमला-20 अप्रैल.शिमला पुलिस का नशे के खिलाफ जारी विशेष अभियान ‘मिशन क्लीन भरोसा’ एक बार फिर असरदार साबित हुआ है। पुलिस ने अन्तरर्राजीय स्तर पर फैले हेरोइन तस्करी नेटवर्क का पर्दाफाश करते हुए कई कड़ियों को जोड़ा और गिरफ्तारियां कीं। इस कार्रवाई की शुरुआत न्यू शिमला से मोती शर्मा की गिरफ्तारी के साथ हुई जिसके पास से 23.720 ग्राम हेरोइन बरामद की गई थी। पूछताछ में मोती शर्मा ने जम्मू-कश्मीर के अशोक खजुरिया उर्फ शर्मा उर्फ बिल्ला का नाम उजागर किया जो इस नशे के अवैध कारोबार का मुख्य सूत्रधार बताया जा रहा है।
पुलिस जांच में सामने आया कि मोती शर्मा अशोक खजुरिया के साथ मिलकर शिमला और हमीरपुर जिलों में नशे की आपूर्ति करता था। नशे की बिक्री से मिले पैसे अपनी बहन के बैंक खाते से सरिता नामक महिला के खाते में ट्रांसफर किए जाते थे। सरिता जम्मू-कश्मीर के अखनूर की निवासी है।
शिमला पुलिस की टीम जब जम्मू-कश्मीर पहुंची और सरिता से पूछताछ की तो यह चौंकाने वाला खुलासा हुआ कि उसका बैंक खाता उसका बेटा राहुल इस्तेमाल करता था। पूछताछ में राहुल ने यह स्वीकार किया कि वह अपने मामा अशोक खजुरिया के साथ मिलकर नशे के कारोबार में शामिल था। राहुल शर्मा को पुलिस ने 19 अप्रैल को शाम करीब 5:35 बजे बालूगंज से गिरफ्तार कर लिया जबकि अशोक खजुरिया उर्फ बिल्ला की तलाश अभी भी जारी है।
पुलिस ने सरिता का बयान भी दर्ज कर लिया है और मामले की गहन जांच में जुट गई है। पुलिस के अनुसार यह गिरोह डिजिटल ट्रांजेक्शन और पारिवारिक खातों का इस्तेमाल कर नशे की कमाई को छुपाता था जिससे यह गिरोह लंबे समय से कानून की आंखों से बचता रहा।