शिमला-20मई. 581 दिनों से आंदोलनरत दृष्टिबाधित संघ ने एक बार फिर मंगलवार को सचिवालय के पास चक्का जाम किया। इस दौरान ट्रैफिक व्यवस्था पूरी तरह से जाम हो गया। थोड़ी देर बाद पुलिस ने बल प्रयोग करते हुए दृष्टिबाधिट संघ के सदस्यों को बसों में भरकर जेल भेजा गया। सरकार ने 15 मई तक मुख्य सचिव से बैठक का वादा किया था लेकिन सरकार की अनदेखी के बाद संघ ने सचिवालय का घेराव किया है।
दृष्टिबाधित संघ बैकलॉग पदों को एकमुश्त भरने की मांग कर रहा है। संघ के अध्यक्ष शोभू राम ने कहा कि सरकार उनकी मांगों को नजरअंदाज कर रही है। 27 मार्च से छोटा शिमला बस स्टॉप पर धरना जारी है। प्रदर्शनकारियों ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। मांग पूरी होने तक आंदोलन जारी रहेगा।
संघ के सचिव राजेश ठाकुर ने बताया कि कई बार वार्ता हुई, लेकिन कोई परिणाम नहीं निकला। प्रदेश सरकार ने 21 अप्रैल को बैठक का वादा किया था। 15 मई तक कोई पहल नहीं हुई। प्रदर्शनकारी चाहते हैं कि मुख्यमंत्री या मुख्य सचिव उनसे मिलें। पुलिस पर दुर्व्यवहार का आरोप भी लगा। चक्का जाम से शिमला में ट्रैफिक बुरी तरह प्रभावित हुआ। वाहनों की लंबी कतारें लग गईं। एकतरफा आवाजाही से लोगों को परेशानी हुई। प्रदर्शनकारियों ने सड़क पर बैठकर नारेबाजी की। स्थानीय लोगों ने भी आंदोलन का समर्थन किया। पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित करने की कोशिश की। दृष्टिबाधित कोटे के कई पद विभिन्न विभागों में खाली हैं। संघ ने इन पदों को तुरंत भरने की मांग की।