शिमला-30 सितंबर. हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय की कार्यप्रणाली एक बार फिर सवालों के घेरे में आ गई है। HPU 2020 -21 में किए एडवरटाइज पदों के लिए अभी तक परीक्षा आयोजित नहीं कर पाया है । अभ्यर्थियों ने HPU पर नॉन टीचिंग स्टाफ पदों को भरने के नाम पर पैसा इक्कठा करने के आरोप लगाए है। अभ्यर्थियों का आरोप है कि HPU ने 2020 और 2021 में नॉन टीचिंग स्टाप के करीब 300 पदों को भरने की दो बार एडवरटाइजिंमेंट की और इसके लिए प्रदेश के करीब 52915 युवाओं ने आवेदन किया जिसकी एवज में फीस माध्यम से HPU ने लगभग 5 करोड़ रुपए इक्कट्ठा किए है । लेकिन भर्ती प्रकिया शुरू नही की और बीते तीन सालों से इस पर कुंडली मार कर बैठा है। इस बात का खुलासा एक RTI में हुआ है।
HPU द्वारा प्रकाशित नॉन टीचिंग स्टाप पदों के लिए आवेदन करने वाले रूपांश राणा नाम के अभ्यर्थी ने इसके विषय मे RTI लगाई । जिसमे उन्होंने प्रशासन से पूछा HPU द्वारा प्रकाशित नॉन टीचिंग पदों के लिए कितने युवाओं ने आवेदन किया और HPU को इससे कितनी आय हुई है।जिसके जवाब में यह खुलासा हुआ है कि इन पदों के लिए 52,915 आवेदन आए है और इसकी फीस के माध्यम से 4,09,92,600 रु इकट्ठे हुए है। HPU ने 2020-21 में नॉन टीचिंग स्टाप के विभिन्न पदों के लिए आवेदन मांगे थे जिसमें बी, सी और डी ग्रेड के लाइब्रेरियन , अस्सिटेंट लाइब्रेरियन , मेडिकल ऑफिसर , क्लर्क , JOA IT , माली बेलदार सहित 29 प्रकार के करीब 300 पद शामिल है। जिनमे बी ग्रेड के पदों के लिए अनारक्षित के लिए 2000 और आरक्षित के लिए 1000 रु जबकि सी और डी ग्रेड के लिए युवाओं से अनारक्षित के लिए 1200 और आरक्षित के लिए 600 रु फीस ली गयी जिसके माध्यम से यह यह पैसा इकट्ठा हुआ है।
RTI लगाने वाले अभ्यर्थी रूपांश राणा ने कहा कि पदों के लिए आवेदन किए 3 साल होने को हे लेकिन अभी तक परीक्षा नही हुई है ।उन्होंने कहा कि HPU को बताना चाइए कि बेरोजगार युवाओं से इक्कठा किया पैसा HPU ने कहां खर्च किया है या इससे ब्याज इक्कठा की जा रहा है। रूपांश राणा ने बताया कि वह HPU से ही पढ़ाई कर रहे है और उन्हें अपने सौर्स से जानकारी मिली है कि प्रशासन इसको फिर दुबारा एडवरटाइजमेंट की तैयारी कर रहा है। उन्होंने मांग करते हुए कहा कि HPU यदि ऐसा कर रहा है तो यह प्रदेश के युवाओं के साथ धोखा है।
उधर, HPU रजिस्टार वीरेंद्र शर्मा ने कहा कि इन पदों की प्रक्रिया चली हुई है । वहीं उन्होंने कहा कि पदों को दोबारा एडवटाइजमेंट करने के बारे में कोई विचार नही है।