शिमला-28 सितंबर. PWD मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने शनिवार को कहा कि उन्होंने रेहड़ी-फड़ी(स्ट्रीट वेंडर्स) के मुद्दे पर अपनी हालिया टिप्पणी के बाद विचारधारा को लेकर कांग्रेस आलाकमान की चिंताओं को दूर कर दिया है। उन्होंने इस धारणा को गलत धारणा करार दिया कि उनके राज्य में उत्तर प्रदेश मॉडल का अनुसरण किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश में विधानसभा अध्यक्ष की ओर से गठित बहुदलीय समिति 3 अक्तूबर को स्ट्रीट वेंडिंग से संबंधित सभी मुद्दों पर चर्चा करेगी।
विक्रमादित्य सिंह का यह बयान कांग्रेस के शीर्ष नेताओं की ओर से स्ट्रीट वेंडर्स द्वारा नाम प्रदर्शित करने को अनिवार्य करने संबंधी उनकी टिप्पणी को लेकर उन्हें फटकार लगाने के एक दिन बाद आया है। हाईकमान की ओर से उनसे कहा गया था कि किसी को भी पार्टी की नीतियों और विचारधाराओं के खिलाफ जाने की इजाजत नहीं है। इस टिप्पणी को लेकर उठे विवाद के बीच कांग्रेस महासचिव एवं संगठन प्रभारी केसी वेणुगोपाल ने शुक्रवार को विक्रमादित्य सिंह के साथ बैठक की, जिसमें मंत्री को बताया गया कि पार्टी राहुल गांधी के नफरत से प्यार से लड़ने के मंत्र में विश्वास करती है।
एक साक्षात्कार में विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि जमीनी स्तर पर कोई विवाद नहीं है और यह सब मीडिया द्वारा निर्मित मुद्दा है, जिसे बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया गया है। विक्रमादित्य ने कहा, ‘मैंने वेणुगोपाल को वास्तविक स्थिति से अवगत कराया और विचारधारा को लेकर उनकी चिंताओं को दूर किया तथा उन्हें आश्वस्त किया कि हम पार्टी के समर्पित और निष्ठावान सिपाही हैं तथा पार्टी लाइन के विरुद्ध कुछ भी नहीं करेंगे। लेकिन साथ ही मैंने उनसे यह भी कहा कि हिमाचल प्रदेश में पिछले डेढ़ महीने से पहले मस्जिद का मुद्दा और दूसरे विरोध प्रदर्शन चल रहे हैं। साथ ही कानून, उच्च न्यायालय और उच्चतम न्यायालय के निर्देशों और शहरी आजीविका पर हमारे 2016 के कानून के मद्देनजर इसका क्रियान्वयन चरणबद्ध तरीके से किया जाना है। वेणुगोपाल से कहा कि राज्य सरकार को आंतरिक सुरक्षा सुनिश्चित करने के साथ अच्छा माहौल भी बनाए रखना है। कोई भी व्यक्ति कहीं से भी राज्य में आ सकता है।