शिमला-14 दिसंबर.हिमाचल प्रदेश पेशर्नज वेलफेयर एसोसिएशन शहरी इकाई शिमला 17 दिसंबर को कालीबाड़ी में पेशर्नज दिवस मनाएगा। बैठक की अध्यक्षता शिमला शहरी इकाई के नवनिर्वाचित अध्यक्ष मदन लाल शर्मा करेंगे। अतः सभी पेशनर्ज से निवेदन है कि उक्त बैठक मे “पेशर्नज दिवस” पर शामिल हो।
महासचिव सुभाष वर्मा ने बैठक के लिये विभिन्न मुद्दों का जिक्र करते हुए बताया कि पेशर्नज दिवस के उपलक्ष्य पर 80 वर्ष से उपर आयु के बुजुर्ग पेशनर्ज एवं जिन्होंने एसोसियेशन के लिए उतकृष्ट कार्य किये हो अथवा सामाजिक कार्यों को करने वाले पेशनर्ज को भी सम्मानित किया जायेगा।
बैठक में पेशर्नज की लम्बित मांगों का मुददा भी उठाया जायगा। जिसमें प्रमुख्ता से 65.70 व 75 वर्ष की आयु में क्रमशः 5.10 व 15 प्रतिशत मूलपेंशन एवं मंहगाई भत्ता जोड़ कर लाभ दिया जाना, पेशर्नज के कई वर्षों से लम्बित पड़े चिकित्सा बिलों की तुरन्त अदायगी किया जाना, पेशर्नज सलाहकार समिति का गठन किया जाना, मंहगाई रिलिफ की बकाया राशि एवं तीन किश्तों को तुरन्त रिलिज किया जाना, पेशर्नज भवन के निर्माण के लिये शिमला शहर में स्थान उपलब्ध करवाया जाना एंव रिवाइज पेशन के जनवरी 2016 के संशोधन पेंशन एरियर का भुगतान किया जाना तथा कम्पुटेशन कटोती को 15 वर्ष की बजाये 11 वर्ष तक ही किया जाना शामिल है।
महासचिव सुभाष वर्मा ने बताया कि बैठक के दौरान पेशर्नज को विभिन्न सामाजिक कार्यों के कार्यान्वयन हेतू बढ़ चढ़ कर भाग लेने के लिये भी प्रेरित किया जायेगा ताकि उनका समाज के प्रति एक अनथक प्रयास रहे और समाज में जो विभिन्न कुरितियां पनप रही हैं उनका खात्मा किया जा सके। विशेषकर नशे के प्रचलन से बचने के लिये आज के बच्चों व नोजवानों को मात्र बुजुर्ग ही सीख दे सकते है।
पेशर्नज प्रदेश की प्रगति की वह एक अहम कड़ी है जिन्होंने अपने जीवन के लगभग 40 वर्षों तक विभिन्न विभागों में कार्यरत होते हुए कठिन परिस्थितियों में अपनी सेवाएँ दी है और प्रदेश को इस मुकाम तक पहुंचाने में अमिट छाप छोड़ी है और जब पेशर्नज अपने जीवन के अन्तिम पड़ाव में है तो ऐसे में उन्हें नजर अन्दाज किया जा रहा है। अतः प्रदेश सरकार द्वारा पेशनरों को बकाया वितिय लाभ न मिलने जो कि एक जनवरी 2016 से 31 जनवरी 2022 तक सेवानिवृत हुये पेशनरों को दिया जाना है, प्रमख मुदा रहेगा और भविष्य में पेंशन प्रत्येक महीने की पहली तारीख को मिले जैसे कि पेंशन खैरात नहीं यह पेशर्नज का अर्जित किया हुआ धन है जो कि पेंशन के रूप में किश्तों में अदा किया जाता है।