शिमला-01 दिसंबर. प्रदेश की कांग्रेस सरकार अपने कार्यकाल के दो साल पूरा कर रही है और 11 दिसंबर को बिलासपुर में इसका जश्न मनाने जा रही है, वहीं विपक्षी पार्टी भाजपा सरकार को घेरने के लिए पूरी तरह से तैयार है। 11 दिसंबर को बिलासपुर में होने जा रहे सरकार के दो साल के जश्न के दौरान भाजपा का हाई पावर डेलिगेशन राज्यपाल से शिमला में मिलेगा और सरकार की तथाकथित भ्रष्ट नीतियों के खिलाफ राज्यपाल को ज्ञापन सौंपेगा।
हिमाचल प्रदेश के प्रदेश प्रभारी श्रीकांत शर्मा, सह प्रभारी संजय टंडन, नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर, पूर्व केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर, प्रदेश अध्यक्ष डॉ राजीव बिंदल, पूर्व अध्यक्ष सुरेश कश्यप, सतपाल सत्ती, हर्ष महाजन, इंदु गोस्वामी, सिकंदर कुमार सहित सभी बड़े नेता इस प्रतिनिधिमंडल के भाग होंगे। भाजपा के सभी विधायक, संसद भी इस कार्यक्रम में भाग लेंगे, माना जा रहा है कि भाजपा राज्यपाल को कांग्रेस सरकार की खामियों पर एक बुकलेट दे सकता है।
भाजपा पूरे प्रदेश भर में जिला स्तरीय धरना प्रदर्शनों का आयोजन करेगा, जो कि 7 दिसंबर से प्रारंभ हो जाएंगे। इन प्रदर्शनों में भाजपा का समस्त नेतृत्व प्रदर्शनों का नेतृत्व करेगा नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर, पूर्व केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर, प्रदेश अध्यक्ष डॉ राजीव बिंदल चारों संसदीय क्षेत्रों का प्रवास करेंगे और धरनों के माध्यम से कांग्रेस सरकार को सड़कों पर बेनकाब करेंगे।
भाजपा के इन धरनों के माध्यम से कांग्रेस पार्टी को भाजपा में एकता का संदेश भी दे दिया है, मुख्यमंत्री कई बार भाजपा में गुटों का उल्लेख कर चुके है पर जयराम ठाकुर , अनुराग ठाकुर और राजीव बिंदल का एक मंच पर आना पूरे प्रदेश में धरने का नेतृत्व करना मुख्यमंत्री को उनके सवालों का जवाब दे देगा। इस दौरान 18 दिसम्बर को भाजपा धर्मशाला में हो रहे विधानसभा सत्र का घेराव भी कर सकती है। इस धरने में भाजपा प्रदेश प्रभारी श्रीकांत शर्मा विशेष रूप से उपस्थित रहेंगे।
10 दिसंबर को शिमला में महाधरना होगा जिसमें 8 विधानसभा क्षेत्र अपनी सहभागिता सुनिश्चित करेंगे अगर एक मंडल से 300 का संख्याबल भी आएगा तो इस धरने में 2400 भाजपा कार्यकर्ता भाग लेंगे। भाजपा में एक मंज़बूत नेतृत्व है और उनकी कूटनीति से पूरे अभियान को एक मजबूत दिशा दी गई है।
भाजपा हिमाचल में भ्रष्टाचार, हिमाचल ऑन सेल, कर्ज लेने में रिकॉर्ड, सैलरी पेंशन, जनकल्याणकारी योजनाओं को खंडित करना, संस्थाओं को बंद करना, भाई भतीजावाद, मित्रों को पद, सरकारी दबदबे का दुरुपयोग, मित्रों के परिजनों को लाभ देने के आरोप लगाती रही है और वह इन पर सरकार को घेरेगी।