शिमला-02 मार्च. कस्तूरबा गाँधी नेशनल मैमोरियल ट्रस्ट की एडवाइजरी कमेटी की राज्यस्तरीय बैठक रॉकवुड आश्रम में संपन्न हुई। ट्रस्ट की देशभर में विभिन्न राज्यों में 37 शाखाएं हैं जबकि हिमाचल प्रदेश में लड़कों के लिए रॉकवुड आश्रम शिमला तथा लड़कियों के लिये दुर्गापूर आश्रम में स्थित है। वर्तमान में रॉक वुड आश्रम में 28 बच्चे आश्रय लिये हुए हैं जिनकी देखभाल व शिक्षा उक्त ट्रस्ट मैनेजमेंट करवाता है और कुछ योजनाओं के तहत प्रदेश सरकार से भी संग्रह प्राप्त होती है।
एडवाइजरी कमेरी के सदस्य सुभाष वर्मा ने जानकारी देते हुये बताया कि यह ट्रस्ट सन 1942 से कार्यरत है इसके सर्वप्रथम ट्रस्टी महात्मा गांधी थे। आज की बैठक में सुखाश्रय योजना के संचालन के लिये प्रदेश सरकार को सराहना की गई और मांग की गई कि NGO संचालित आश्रय के बच्चों को भी देश व विदेश भ्रमण के एक्सपोजर के लिये प्राथमिक्ता दी जाए। इस आश्रय के ज्यादातर बच्चों के माता पिता अथवा सगा सम्बन्धी भी नहीं है। ऐसे बच्चों के लिये वोकेशनल कोर्सिज, प्राइमरी अथवा मिडील स्टैंडर्ड से शुरु किए जाने की आवश्यकता है ताकि बालिग होने पर ऐसे बच्चे किसी रोजगार को प्राप्त कर अपने पाँवो पर खड़े हो सके।
बैठक में ट्रस्ट के केन्द्रीय कार्यालय इन्दौर, (म.प्र.) से सचिव अंगद पाल, दिल्ली इष्ट के प्रतिनिधी सुभाष शर्मा तथा इन्दौर कार्यालय के अधीक्षक अनुराग तिवारी तथा शिमला शाखा के प्रतिनिधि निर्मला देवी उपस्थित रहे। प्रदेश एडवाइजरी कमेटी के अन्य सदस्यों में पूर्व IAS पूर्णिमा चौहान , सुभाष वर्मा एवं पूर्व सदस्य अर्पणा शर्मा,पूर्व जिला एवं सैशन जज, सुनील शर्मा और चार्टड एकाउन्टेंट राजीव सूद उपस्थित रहे।