धर्मशाला- 02 दिसंबर. विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने कहा कि तपोवन में शीतकालीन सत्र के दौरान सुरक्षा में किसी भी तरह की कोताही नहीं बरती जाएगी तथा सी०सी०टी०वी० तथा ड्रोन कैमरों से निगरानी सुनिश्चित की जाएगी। सत्र के दौरान तपोवन विधान सभा भवन तथा परिसर की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए दिशा निर्देश जारी कर दिए गए हैं। सुरक्षा पूर्व की भांति चाक चौबंद रहेगी। हिमाचल प्रदेश सरकार तथा विधान सभा सचिवालय के अधिकारियों तथा कर्मचारियों को जारी किए गए शासकीय पास प्रमुखता से प्रदर्शित करने होंगे ताकि सुरक्षा कर्मियों को फ्रिस्किंग की कम से कम आवश्यकता रहे। सोमवार को तपोवन विधानसभा भवन में विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने शीतकालीन सत्र के प्रबंधों तथा तैयारियों की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए कहा कि हिमाचल प्रदेश की चैदहवीं विधान सभा का सातवां सत्र 18 दिसम्बर, 2023 से 21 दिसम्बर, 2024 तक आयोजित किया जाएगा।
विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि इस सत्र में कुल 4 बैठकें होगी। सत्र की अधिसूचना जारी होने के साथ ही माननीय सदस्यों से प्रश्नों से सम्बन्धित सूचनाएँ विधान सभा सचिवालय को आनी शुरू हो गई है।
उन्होने कहा कि शीतकालीन सत्र की तैयारियों के लिए जिला प्रशासन जिलाधीश काँगडा की अध्यक्षता में पहले भी बैठकें कर चुका है लेकिन सत्र के दृष्टिगत आज उनकी अध्यक्षता में पहली बैठक का आयोजन किया गया है जिसमें जिला प्रशासन के हर विभाग के अधिकारी मौजूद रहे। तपोवन भवन में मुरम्मत तथा साफ- सफाई का कार्य समय रहते पूर्ण किया जाएगा। सत्र में भाग लेने आ रहे पक्ष तथा प्रतिपक्ष के माननीय सदस्यों की ठहरने की समुचित व्यवस्था जिला प्रशासन द्वारा की जाएगी। उन्होंने कहा कि किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए स्वास्थ्य विभाग की ओर से एंबुलेस तथा एक डॉक्टर व पैरा मेडिकल स्टॉफ के कर्मचारी भी तपोवन परिसर में डयूटी पर तैनात रहेंगे।
विधान सभा भवन के अन्दर मोबाईल, लैपटॉप तथा अन्य इलैक्ट्रॉनिक वस्तु के ले जाने पर पूर्णतः प्रतिबन्ध रहेगा। तपोवन विधान सभा भवन तथा परिसर को कृत्रिम दुधिया रोशनी से सुसज्जित किया जाएगा। जिलाधीश काँगड़ा, पुलिस अधीक्षक काँगड़ा, उप-निदेशक पर्यटन, महाप्रवन्धक दूर संचार धर्मशाला, मुख्य चिकित्सक अधिकारी धर्मशाला, आयुक्त नगर निगम धर्मशाला, अधिशाषी अभियन्ता लोक निर्माण विभाग, अधिशाषी अभियन्ता जल शक्ति विभाग, अधिशाषी अभियन्ता विद्युत, अधिशाषी अभियन्ता लोक निर्माण (विद्युत), उप निदेशक जन सम्पर्क विभाग धर्मशाला तथा क्षेत्रिय प्रबन्धक पथ परिवहन निगम धर्मशाला को सत्र से सम्बन्धित कार्य समय रहते पूर्ण करने के निर्देश दिए गए है ताकि सत्र का कार्य बिना व्यवधान के अविलम्ब चलता रहे।