शिमला-16 फरवरी. हिमाचल प्रदेश में नशे के बढ़ते प्रचलन को रोकने के लिए विभिन्न पंचायतें सामने आ रही हैं। प्रदेश की विभिन्न पंचायतें नशे पर लगाम लगाने के लिए कई प्रतिबंध और संलिप्त परिवारों का राशन पानी भी बंद कर रही है। अब मनाली की पलचान पंचायत ने सख्त कदम उठाते हुए चिट्टा (हेरोइन) का सेवन करने और इसकी बिक्री करने वालों के सामाजिक बहिष्कार का निर्णय लिया है। पंचायत ने घोषणा की है कि चिट्टा का सेवन करने वालों पर 25,000 रुपये का जुर्माना लगाया जाएगा और उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई भी की जाएगी। पंचायत ने फैसला किया है कि चिट्टा बेचने वालों की सूचना देने वाले को 20,000 रुपये इनाम दिया जाएगा। इससे पहले ग्राम पंचायत मनाली ने भी ऐसी ही घोषणा करते हुए सूचना देने पर 15,000 रुपये इनाम देने की बात कही थी। अब पलचान पंचायत ने इस कदम को और आगे बढ़ाते हुए 20,000 रुपये तक का इनाम तय किया है।
पलचान पंचायत की प्रधान कौशल्या देवी ने कहा कि नशे से गांव के युवाओं को बचाने के लिए पंचायत ने यह कठोर निर्णय लिया है। पंचायत ने प्रस्ताव पारित कर यह भी तय किया है कि चिट्टा से जुड़े व्यक्ति और उसके परिवार को पंचायत की ओर से दी जाने वाली सभी सुविधाएं बंद कर दी जाएंगी।हिमाचल प्रदेश में नशे के खिलाफ यह मुहिम तेज होती जा रही है। पहले ग्राम पंचायत मनाली ने इस दिशा में कदम बढ़ाया और अब पलचान पंचायत भी इस अभियान से जुड़ गई है। पंचायत का यह निर्णय पलचान के अंतर्गत आने वाले सभी गांवों में लागू रहेगा।पंचायत ने स्थानीय प्रशासन और पुलिस से सहयोग की अपील की है ताकि इस फैसले को प्रभावी रूप से लागू किया जा सके। पंचायत ने ग्रामीणों से भी अनुरोध किया कि वे नशे के खिलाफ इस अभियान में अपना पूरा सहयोग दें और चिट्टा माफियाओं की सूचना तुरंत पंचायत या पुलिस को दें।