धर्मशाला-03 अक्टूबर. कांगड़ा जिले के विकास खंड लंबागांव की अपर लंबागांव पंचायत में बुधवार को स्थिति हास्यास्पद और तनावपूर्ण बन गई। पंचायत के ही एक व्यक्ति ने ग्रामसभा के दौरान पंचायत उपप्रधान और दो वार्ड सदस्यों सहित कुछ लोगों को पंचायत कार्यालय के कमरे में बंद कर दिया।
जानकारी के मुताबिक दरअसल अपर लंबागांव पंचायत नई पंचायत बनी है। इसके चलते अभी तक पंचायत के पास अपना भवन नहीं है। वर्तमान में एक जंजघर में पंचायतघर चल रहा है। जहां लोगों के एकत्रित होने की जगह काफी कम है। ग्रामसभा के दौरान काफी धूप थी, पंचायत प्रधान और सचिव समेत पंचायत के सभी लोग बाहर धूप में बैठे थे। जबकि उपप्रधान और दो वार्ड सदस्य कमरे के अंदर थे। यह देख ग्रामीण गुस्सा हो गया और उसने कमरा बाहर से बंद कर दिया।
जानकारी के अनुसार बुधवार को जब एक बजे के करीब अपर लंबागांव पंचायत में ग्राम सभा की कार्यवाही चल रही थी तो पंचायत में ज्यादा भीड़ होने के कारण पंचायत उपप्रधान और दो पंचायत सदस्य सहित कुछ लोग पंचायतघर के कमरे के अंदर बैठे थे। इतने में ही पंचायत का एक व्यक्ति बाहर से उठकर आया और अंदर बैठे लोगों से पूछताछ करने लगा और फिर बाहर से दरवाजा बंद करके चला गया। पंचायत में ज्यादा भीड़ होने के कारण इस बात की भनक न तो वहां बैठे पंचायत सचिव को लगी और न पंचायत प्रधान को। इस बात का पता काफी देर बाद जब पंचायत उपप्रधान की बेटी को इसका पता चला तो उसने पंचायत कार्यालय का दरवाजा खोल करके अंदर बंद किए गए लोगों को बाहर निकाला। जब इस बात का पता पंचायत की ग्रामसभा की बैठक में अपने कामों की सूची लेकर आए लोगों को चला तो वे गुस्सा हो गए। बिना हस्ताक्षर किए अपने घर लौटकर चले आए। इस संबंध में अपर लंबागांव पंचायत के उपप्रधान की ओर से पुलिस थाना लंबागांव में शिकायत दर्ज करवा दी है। मामले की पुष्टि करते हुए डीएसपी अनिल शर्मा ने बताया कि इस संबंध में मामला दर्ज करके आगामी कार्रवाई आरंभ कर दी है।